हमारे स्वास्थ्य में रसोई का विशेष योगदान होता है ,यदि रसोई में मौजूद मसालों और अन्य खाद्य पदार्थों का सही मात्रा और उचित उपयोग किया जाए तो ,बढ़िया स्वाद के साथ बढिया स्वास्थ्य भी प्राप्त किया जा सकता है

बुधवार, 28 मार्च 2012

पानी

शीर्षक पढ़ कर आप के चेहरे पर मुस्कान आ जाएगी के पानी के बारे में अवन्ती क्या बताएगी ,सब जानते ही है पानी के  गुण,शायद आप ठीक भी है पर कुछ बातें हम जानते हुए भी उनका पालन नहीं करते उन ही बातों को दोहरा रही हूँ एक दो बात शायद नई भी हो

पीने का पानी स्वच्छ  होने के साथ में ताज़ा भी होना चाहिए ,यानी के बहुत दिनों से भर कर रखे गए पानी को नहीं पीना चाहिए ,और यदि पीना पड़ भी जाये तो दो ग्लास ले और एक गिलास से दुसरे ग्लास में ऐसे पलटे पानी को जैसे दूध ठंडा करने के लिए पलटते है ,उससे पानी हवा के सम्पर्क में आएगा और आक्सीजन उस में मिलेगी जिससे उस का गुण बड़ेगा
सुबह उठकर एक गिलास पानी जरुर पीये और बिना ब्रश किये पीये, ब्रश रात को करके सोये
जब हम रात भर सोते है तो हमारे मुह में बनने वाली राल  हमारे मुह में जमती रहती है और वो राल हमारे शरीर के लिए बहुत ही जरूरी होती है ,आयुर्वेद में ये कहा गया है के जो लोग सुबह बिना कुल्ला किये एक ग्लास पानी पी लेते है उन्हें कब्ज और पेट की कई बीमारियों से निजात मिल जाती है ,जिन्हें एसिड बनता हो वो इस प्रयोग को जरुर करें

एक महत्व पूर्ण प्रयोग
==============
पानी को हल्का गर्म करके पीये और बहुत ही छोटी घूंट भरे ,हर घूंट को आधा मिनट मुह में रखें और उसे मुह में धुमाते रहें ,ऐसा करने से हर घूंट के साथ काफी मात्र में लार बनकर हमारे पेट में पहुंचेगी ,यदि हम एक ग्लास पानी भी इस तरह पी लेगें तो अनेक गम्भीर बिमारिओं से बचेगे,इस  प्रयोग से मोटापा भी कम होता है
अपने बच्चों को ऐसे पानी पीने की आदत डाले  ,

पानी को कभी भी  खड़े होकर न पीये ,खड़े होकर पानी पीने वालों को कमर ,कंधे और रीढ़ की हड्डी की बीमारी अधिक होती है ,यदि कभी खड़े होकर पानी पीना भी पड़े तो जब तक पानी पिए  पंजों के बल खड़े रहे